Iswar Saran Degree College

A Constituent PG college of University of Allahabad

College with Potential For Excellence, NAAC Accredited B+

HOME / CULTURAL & EXTRA CURRICULUM ACTIVITIES CELL

सत्र २०२४-२५ के प्रस्तावित कार्यक्रम 

 सांस्कृतिक समिति 
(वार्षिक कार्यक्रम की रूपरेखा )

अगस्त - 
१५ अगस्त - स्वतंत्रता दिवस

सितंबर -
द्वि या त्रिदिवसीय योग प्रशिक्षण कार्यक्रम - डॉ नरेंद्र सिंह 

अक्टूबर - गाँधी माह :
              आत्म स्वावलम्बन प्रशिक्षण कार्यक्रम

३१ अक्टूबर ..सर्टिफिकेट वितरण 
 
नवंबर -
फ़िल्म एप्रिसिएशन सर्टिफिकेट कोर्स ६ नवंबर से १० / ११ नवम्बर


दिसंबर
 ४ से ६ दिसंबर ..
                  १..नवोदित कलाकार “ प्रतियोगिता 

जनवरी-

(विवेकानन्द ) युवा सप्ताह..१२ जनवरी से १८ जनवरी
उत्तम वक्ता चयन प्रतियोगिता 
( विविध चरणों में )

२३ जनवरी .. सुभाष चंद्र बोस जयन्ती अवसर पर विशेष कार्यक्रम 

फ़रवरी 

प्रथम / द्वितीय सप्ताह . .. वार्षिकोत्सव

 

 

सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा प्रदर्शन प्रतियोगिता 

िनांक 8.12.2023 को ईश्वर शरण पी.जी. कॉलेज , प्रयागराज के 'सांस्कृतिक एवं सहगामी गतिविधि प्रकोष्ठ' द्वारा "सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा प्रदर्शन" कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत एकल गायन, समूह गायन, एकल नृत्य, समूह नृत्य, अभिनय,मिमिक्री, चित्रकला, जादूगरी,आर्ट एंड क्राफ्ट, योग, जिमनास्टिक, मार्शल आर्ट,सर्वश्रेष्ठ हस्त लेखन, सर्वश्रेष्ठ संचालन,रिल्स, वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।सर्वप्रथम प्राचार्य जी एवं सांस्कृतिक समिति के सदस्यों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।इस कार्यक्रम में डॉ. मनोज दुबे ,डॉ. शाइस्ता इरशाद निर्णायक की भूमिका में रहे।

प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए प्राचार्य जी ने कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का दायित्व शिक्षण संस्थाओं का होता है।विद्यार्थी स्वयं अन्य पाठ्येतर गतिविधि कार्यक्रमों के प्रति संस्था को गंभीरता से लेते हैं।आपने अथर्ववेद का उदाहरण देते हुए कहा कि इसमें विद्यार्थी ईश्वर से स्वयं प्रार्थना करता है कि सर्वप्रथम हमें विनम्र बनाओ। पुनः विवेक, ज्ञान देकर श्रेष्ठ बनाओ। मानव में विवेक का होना ही मूल्य है।यही मूल्य ही मानव जीवन का धरोहर है।भारत के लिए चरित्र का महत्वपूर्ण स्थान है और धर्म मानवीय मूल्यों का समुच्चय है,जिसका सही आचरण ही अर्थ,काम और मोक्ष को सार्थक करता है। महान दार्शनिक अरविंद ,महामना मालवीय आदि के अनुसार-' धर्म के बिना शिक्षा निष्प्राण है।'हमारे अंदर यदि मानवीय मूल्य है तो वह स्वयं कक्षा एवं पूरे समाज को प्रभावित करता है। सांस्कृतिक समिति की संयोजिका डॉ. गायत्री सिंह ने इस प्रतिभागियों का हौसला अफजाई किया और इस तरह के कार्यक्रम में विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभागिता सुनिश्चित करने को प्रोत्साहित किया।कार्यक्रम का सर्वांगीण संचालन सांस्कृतिक समिति के प्रतिभागियों एवं प्रतिनिधियों द्वारा किया गया।मंच संचालन के प्रतिभागी देवांश पांडे,स्मृति गौर, जया भारती द्वारा मंच संचालन किया गया।

 

इस कार्यक्रम में प्रथम स्थान- अभिषेक तिवारी (तबला वादन)और कामाख्या (नृत्य),द्वितीय स्थान- विधु और मयंक (समूह नृत्य) प्राजंलि (गीत),तृतीय स्थान- श्रेयांशी (मार्शल आर्ट)कृतिका (योग), दीया (नृत्य) एवं सांत्वना पुरस्कार- स्मृति गौर (संचालन)बमबम और नागमणि गौतम (वादन)नंदन (रिल्स), अमित (फोटोग्राफी) को दिया गया।

 

निर्णायक डॉ. मनोज दुबे और डॉ. शाइस्ता इरशाद द्वारा निर्णय की घोषणा की गई। इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. मानसिंह और सांस्कृतिक समिति के सदस्य डॉ. अश्विनी देवी, डॉ. अंजना श्रीवास्तव, डॉ. नरेंद्र सिंह, डॉ .दीपिका शर्मा, डॉ. शिवजी वर्मा, डॉ. जया त्रिपाठी, डॉ. अंकित पाठक,डॉ० अमरजीत राम आदि महाविद्यालय के अन्य शिक्षक भी उपस्थित रहे।धन्यवाद ज्ञापन सांस्कृतिक समिति कि समन्यवक एवं कार्यक्रम संयोजिक डॉ गायत्री सिंह ने किया ।